OUR MISSION IS SIMPLE

We want to build a peaceful, spiritual, and inclusive space where devotees can pray, meditate, learn, and celebrate rituals connected to Mata Mansa Devi.

The vision of the upcoming Mata Mansa Devi Temple is to create a spiritual home where:

  • Devotees find peace

  • Families pray together

  • Daily Aarti & Bhajans

  • Festivals are celebrated with joy

  • The community grows stronger

  • Spiritual workshops

  • Navratri celebrations

  • Community seva programs

  • Meditation and wellness retreats

Journey Ahead

Our temple project is currently in its initial incorporation and planning stage.

In coming months, we aim to announce

  • Temple location

  • Architectural blueprint

  • Project timeline

  • Volunteer and donor programs

  • Community involvement meetings

Current Status

  • Incorporation completed.

  • Our temple committee and advisory team are currently being formed to guide this sacred project.

  • Location Finalizing (Soon)

माँ मनसा देवी जी की आरती

जय मनसा देवी माता, जय मनसा देवी माता, तुम्ही हो कृपा करनी, तुम्ही हो जगत त्राता।

(जय मनसा देवी माता, जय मनसा देवी माता, आप ही कृपा करने वाली हैं, आप ही संसार की रक्षक हैं।)

पावन रूप तुम्हारा, जग में विख्याता, तुम्ही हो सिद्धिदायिनी, जननी सुखदाता।

(आपका पवित्र रूप, दुनिया में प्रसिद्ध है, आप ही सिद्धियाँ देने वाली हैं, माता जो सुख प्रदान करती हैं।)

आदि शक्ति अवतारा, तुम्हारा माता, देवों ने पूजा करी, जब जब तुम आए हो त्राता।

(माता, आप आदि शक्ति का अवतार हैं, देवताओं ने पूजा की है, जब-जब आप रक्षक बनकर आई हैं।)

सुर नर मुनि ध्यान लगावें, दरशन तेरा पावें, श्रद्धा भक्ति से जो पूजें, सब कष्ट मिटावें।

(देवता, मनुष्य और ऋषि ध्यान लगाते हैं, और आपका दर्शन पाते हैं, जो श्रद्धा भक्ति से पूजा करते हैं, उनके सब कष्ट दूर होते हैं।)

तेरा नाम रटे जो भी, संकट सब दूर हो जावें, दुखिया जन के तुम हो सहारा, शरण में जो आवें।

(जो भी आपका नाम जपता है, उसके सारे संकट दूर हो जाते हैं, आप दुखी लोगों का सहारा हैं, जो आपकी शरण में आते हैं।)

आरती करी मनसा मैया, प्रेम से जो गावें, मनोकामना पूरी हो जायें, सुख सम्पत्ति पावें।

(जो प्रेम से मनसा मैया की यह आरती गाते हैं, उनकी मनोकामनाएँ पूरी हो जाती हैं, और वे सुख-संपत्ति पाते हैं।)

जय मनसा देवी माता, जय मनसा देवी माता, तुम्ही हो कृपा करनी, तुम्ही हो जगत त्राता।

(जय मनसा देवी माता, जय मनसा देवी माता, आप ही कृपा करने वाली हैं, आप ही संसार की रक्षक हैं।)

माँ मनसा देवी चालीसा

॥ दोहा ॥ नमो नमो मनसा महारानी, सकल मनोरथ पूरण करनी। कृपा करो माँ जग कल्याणी, हम सेवक हैं तेरे दर जानी॥

॥ चौपाई ॥

जय जय मनसा जगदम्बा, तुम हो सर्व सुख और सम्पदा। आदि शक्ति अविनाशी, तेरी महिमा जग में छासी॥

मनसा रूप धरा तुम माता, सर्पों की तुम हो जग विख्याता। वासुकि नाग ने पूजा की है, शेष नाग ने सेवा दी है॥

ब्रह्मा विष्णु शिव गुण गाते, देव ऋषि मुनि शीश नवाते। तुमने की है रक्षा सबकी, तुम हो देवी भय हरने वाली॥

मन से जो भी तेरा ध्यान धरे, उसके संकट पल में हरे। धन-धान्य और संतान सुख देती, तुम्हीं हो जीवन की ज्योति॥

तेरा मंदिर है अति पावन, जो दर्शन को आवे सावन। श्रद्धा भाव से जो भी ध्यावे, जन्म-जन्म के पाप मिटावे॥

जो जन संकट में घिर जाए, तेरी शरण में दौड़ा आए। तुम माता बन रक्षा करती, दुःख दारिद्रय सब हरती॥

मनसा देवी नाम तुम्हारा, जपते हैं नर और नारी सारा। तेरा पाठ करे जो चालीसा, उसको मिले जगत का ईसा॥

तेरी पूजा जो मन से करता, वो हर बाधा से नहीं डरता। रोग दोष सब दूर भगाती, हर क्षण सबकी रक्षा करती॥

जो भी मांगे मुँह से वरदान, तुरंत करो माँ उसका कल्याण। बालक तेरा हम हैं नादान, करो कृपा, दो भक्ति का दान॥

तुम्हारी शक्ति अपरम्पार, तुम ही भवसागर की पार। मनसा देवी सदा सुखदायी, जो भी आया शरण तुम्हारी॥

॥ दोहा ॥

मनसा माता कृपा करो, हृदय में वास कर। तेरी महिमा गाते रहें, भव से पार उतार॥